रविवार, 8 नवंबर 2009

नरेन्द्र गौड़ की कविताएं


अभिताभ नहीं हूं मैं

कि आप देवियों सज्जनों
मेरे स्वास्थ्य लाभ के लिए
प्रार्थना में जुट जाएं
फिल्में अधर में
निर्माता बेचारों के सौ करोड़
लटक जाए इतना तो नहीं
अभिताभ हूं मैं ।
पच्चीस करोड़ रूपए की लागत से
बन रही ''तीन पत्ती '' में
मैने नहीं किया काम
''शू बाइट '' में भी नहीं
'अलादीन ' में हर्गिज नहीं
पेट है लेकिन उसमें भूख के वक्त
मुआ मरोड़ उठता है
इसलिए नहीं कि आप देवियों सज्जनों
सिजदे में झुक जाएं
फिलवक्त ऐसा कुछ हुआ
सरकारी अस्पताल सलामत है
जहां डाक्टर मेरे स्वागत में नहीं
अपनी मांगों के लिए नारे लगा
हड़ताल करते मिलेंगे
माफ कीजिएगा अभिताभ नहीं हूं
इसीलिए कम्पाउण्डर ने दो गोलियां
चाय से गटकवा हाथा जोड़
बड़े शहर के अस्पताल में कूच करने की सलाह दी
इतलौती एम्बूलेंस के बारे में पता चला
वह बड़े डाकसाब के परिवार को
पिकनिक पर ले गई है।
ऐसा भी अभिताभ होने से
क्या फायदा देवियों सज्जनों
थिएटर डीवीडी के दर्शकों
आपको रोता बिलखता छोड़
मैं मरने लगू और आईसीयू में
भरती किए जाने के बजाए
बोलेरो वाले से हाथा जोड़ी के बीच
विकल्प हो भी क्या सकता है
सिवा मेरे मर जाने के ।
अभिताभ नहीं बन कर मैंने ठीक किया
यदि खुदा के फजल से अभिताभ
हो गया होता तो मेरे गुजरने पर
ऐश्वार्याजी की आंखें रो रो टपक पड़ती
यह अभिताभ को ही गंवारा नहीं
तब भला मुझ नाचीज को कैसे होता
अतएव अभिताभ नहीं होने का
फैसला अंततोगत्वा सुखद रहा
देवियों सज्जनों मेरा अभिताभ होना
उक्त हालात की वजह से मुल्तवी रहा ।
00

बराक ओबामा से मेरी मुलाकात

कल रात मैंने पहले अमेरिकी अश्वेत
राष्टपति बराक ओबामा से मुलाकात की
उन्हें शानदार जीत पर बधाई दी
उम्मीद करते हुए कि वह भारत के
अच्छे दोस्त साबित होंगे
वैश्विक मंदी के दौर से सभी को
उबारेंगे और आउटसोंर्सिंग को लेकर
अपना रूख नरम करते हुए
देश की बेरोजगारी दूर करेंगे ।
भारत को खैरात बांटने के मामले में
ओबामा से मेरा कहना था..
वह जरा भी कोताही नहीं करते।
साथ ही कहा कश्मीर समस्या
उनके कार्यकाल के दौरान सुलझाली जाए
तीसरी दुनिया के देशों में
हथियारों की होड़ाहोड़ी के बजाए
भूख गरीबी फटेहाली की
चिंता कीजिए ओबामा ।
दुनिया से आतंकवाद के खात्में की
जारी रहना चाहिए लड़ाई ।
मेरी बातों को वह बहुत
ध्यान से सुन रहे थे हालांकि
उनके पास वक्त की कमी थी
ओबामा से मुलाकात के दौरान
जिन मुद्दों को शामिल किया
उनकी फैहरिस्त लम्बी थी
और भावुकता भरे
क्षण भी आए इस बीच
लौटते वक्त ओबामा ने
मेरी पत्नी और दो बेटियों के
बारे में पूछा साथ ही
यह भी कि हायरसेकेण्डरी कर चुका
आपका बेटा क्या
कर रहा है इन दिनों ।
गिफ्ट में दिया ओबामा ने
बहुत सा सामान जो रह गया
वापसी की हड़बड़ी के कारण
वाइट हाउस में
सुबह अजान के समय नींद खुलने पर
मेरी हथेली में ओबामा से
हाथ मिलाने की गरमाहट थी

मुंडेर पर बैठे कौए ने कहा
बाबू यह सुबह सुबह का सपना था ।
00
योगाभ्यास

सर्दियों में सुबह सबेरे
अपनी बीस बाई बीस फुटी छत पर
कुछ कसरत वसरत करने लगा हूं
चतुर पड़ोसनें मुझे पट्टेदार चड्डी में
पता नहीं क्यों नंगा पुतंगा मान
भड़ाभड़ बंद कर लेती
अपने घरों के दरवाज़े खिड़कियां
उनके पति देव भी बंद कर
चिल्लाने लगते हैं

टीवी पर बाबा रामदेव भले ही
लंगोटी पहिने और बगली के बाल
साफ किए बिना कई बार इनकी तरफ
अपनी बाई आंख भी मार दिया करते हैं
उन्हें तो यही पड़ोसनें शातिर
मुस्कान समेत पचा जाती है
मेरी बड़ी बड़ी दाढ़ी नहीं
तो भी क्या हुआ
पतंजली के जमाने से चली आ रही
यौग पद्धतियां क्या केवल
इन बाबों चाबों के बाप की बवौतियां है
हाथों को ऊपर उठाने का
कठिन आसन करते समय दूर
एक हवाई जहाज को आता देख
मैं शरमा गया कि आखिर
क्या सोचते होंगे विदेशों से आ रहे
राष्टपति प्रधानमंत्री और उनका लाबाजमा
दूरबीन से देख रहे हो
यही कि दिल्ली हवाई अड्डे पर तो
कटोरा लिए खड़े ही होंगे अनेकों
लेकिन यह भुखमरता
जिसके तन पर लत्ता तक नहीं
अभी से भीख मांगे चला आ रहा है।

पता-.
नरेन्द्र गौड़
4,रवीन्द्रनाथा टैगोर मार्ग
नीमवाड़ी,शाजापुर मप्र
मोबाइल नं 9826548961

फ़ॉलोअर

ब्लॉग आर्काइव

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
कृष्णशंकर सोनाने दूरभाषः 07554229018,चलितवार्ताः 09424401361 Email:drshankarsonaney@yahoo.co.uk प्रकाशित कृतियां-वेदना,कोरी किताब,बौराया मन,संवेदना के स्वर,दो शब्दों के बीच,धूप में चांदनी,मेरे तो गिरधर गोपाल,किशोरीलाल की आत्महत्या,निर्वासिता..गद्य में उपन्यास.1.गौरी 2.लावा 3.मुट्ठी भर पैसे 4.केक्टस के फूल 5.तलाश ए गुमशुदा,....आदिवासी लोक कथाएं,कुदरत का न्याय.बाल कहानी संग्रह,क्रोध,