शुक्रवार, 20 नवंबर 2009

मिलने की तरह मिलना-

एक चांद बचा के रखना
मेरे लिए ढेरों सितारे
सूरज बचा के रखना
आकाश में बरसात के दिनों में
कभी कभार दिखने वाला
इंदधनुष भी बचा के रखना
पूरा बाग बगिया न सही
किसी पोथी पानडे में
बरसों रखा एक फूल बचा के रखना
एक बच्चे की किलकारी
बचाना जरूर
चुटकी दो चुटकी ही सही
उम्मीद का कभी न छोड़ना संग
लाखों लाख शिद्दतों में भी
बचा के रखना उसे भी
अपने और मेरे लिए
विध्वंस के बावजूद
नामुराद हत्यारों से बचाना
बिदा मत होने देना
अपने चेहरे की जीवंत मुस्कान
मिलना मुझसे ठीक ठीक
मिलने की तरह मिलना ।
00
नरेन्द्र गौड़
4,रवीन्द्रनाथ टैगौर मार्ग
नीमवाड़ी,शाजापुर मप्र
मोबाइल नं 9826548861

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कृष्णशंकर सोनाने दूरभाषः 07554229018,चलितवार्ताः 09424401361 Email:drshankarsonaney@yahoo.co.uk प्रकाशित कृतियां-वेदना,कोरी किताब,बौराया मन,संवेदना के स्वर,दो शब्दों के बीच,धूप में चांदनी,मेरे तो गिरधर गोपाल,किशोरीलाल की आत्महत्या,निर्वासिता..गद्य में उपन्यास.1.गौरी 2.लावा 3.मुट्ठी भर पैसे 4.केक्टस के फूल 5.तलाश ए गुमशुदा,....आदिवासी लोक कथाएं,कुदरत का न्याय.बाल कहानी संग्रह,क्रोध,