सोमवार, 3 मई 2010

कहानी संग्रह 'नज़रिया'का लोकार्पण



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मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य अकादमी व्दारा प्रकाशन योजना के अन्तर्गत प्रकाशित डा अनिता सिंह चौहान के कहानी संग्रह ``नज़रिया´´ का लोकार्पण दिनांक 27 अप्रैल 2010 को हिन्दी साहित्य सम्मेलन भवन,पी एण्ड टी चौराहा,भोपाल के सभागार में एक गरिमामय कार्यक्रम में किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो.त्रिभुवन दास शुक्ल,निदेशक,मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य अकादमी,भोपाल एवं अध्यक्षता डा. स्वाति चान्दोलकर,निदेशक,राज्य संसाधन केन्द्र,भोपाल ने की ।
डा मोहन तिवारी आनन्द,अध्यक्ष,मप्र तुलसी साहित्य अकादमी,भोपाल ने कार्यक्रम की रूपरेखा एवं डा अनितासिंह चौहान के समग्र लेखन पर प्रकाश डाला ।
डा अनितासिंह चौहान ने लोकार्पित कृति ``नज़रिया´´ से ``अपना-अपना आत्मसम्मान´´ कहानी का वाचन किया,जिस पर प्रसिद्ध कहानीकार श्री मुकेश वर्मा,,श्री लक्षीनारायण पयोधि एवं श्री संजय राठौर व्दारा समीक्षात्मक वक्तव्य दिए गए । मुकेश वर्मा ने कहा कि समग्र परिदृश्य में लगभग पच्चीस विषय होते है,जिस पर आज तक रचनाकारों ने अपने-अपने दृष्टिकोण से रचनाओं का सृजन किया । डा अनिता सिंह चौहान के इस संग्रह में उनके व्दारा श्रेष्ठ कहानियों का सृजन उनके समग्र सकारात्मक दृष्टिकोण को प्रस्तुत करता है। पयोधि ने डा अनितासिंह चौहान को आज की युवा पीढ़ी की श्रेष्ठ रचनाकार के रूप में परिचित कराया ।
प्रो,त्रिभुवन दास शुक्ल,निदेशक,मप्र हिन्दी साहित्य अकादमी एवं डा स्वाति चान्दोलकर,निदेशक,राज्य संसाधन केन्द्र,भोपाल ने डा अनिता सिंह चौहान के कहानी संग्रह``नज़रिया´´ पर अपने सारगभित वक्तव्य दिए ।
कार्यक्रम का संचालन,श्री चन्द्रभान राही,सचिव,मप्र तुलसी साहित्य आकदमी तथा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त आगन्तुक साहित्यकारों का आभार डा शंकर सोनाने,उपाध्यक्ष,मप्र तुलसी साहित्य अकादमी,भोपाल व्दारा किया गया ।

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कृष्णशंकर सोनाने दूरभाषः 07554229018,चलितवार्ताः 09424401361 Email:drshankarsonaney@yahoo.co.uk प्रकाशित कृतियां-वेदना,कोरी किताब,बौराया मन,संवेदना के स्वर,दो शब्दों के बीच,धूप में चांदनी,मेरे तो गिरधर गोपाल,किशोरीलाल की आत्महत्या,निर्वासिता..गद्य में उपन्यास.1.गौरी 2.लावा 3.मुट्ठी भर पैसे 4.केक्टस के फूल 5.तलाश ए गुमशुदा,....आदिवासी लोक कथाएं,कुदरत का न्याय.बाल कहानी संग्रह,क्रोध,